शिक्षिका एवं समाजसेविका Mamta Chauhan द्वारा स्कूल में वार्षिक परीक्षा परिणाम के उपरांत अभिभावक और अध्यापक बैठक के दौरान विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। शिक्षिका Mamta Chauhan द्वारा बच्चों के उत्साहवर्धन और पढ़ाई में रुचि बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए।
इतनी कृपा सांवरे बनाए रखना मरते दम तक सेवा में लगाएं रखना: Mamta Chauhan
उन्होंने कहा कि बच्चों का मनोबल बड़े और पढ़ाई के प्रति उत्साह बना रहे। इससे विद्यार्थी भविष्य में पढ़ाई के लिए प्रेरित होते हैं। शिक्षिका एवं समाज सेविका Mamta Chauhan ने बताया कि समय-समय पर वह बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें पुरस्कार देती रहती हैं।इससे विद्यार्थियों और अध्यापक में आपसी स्नेह व तालमेल भी बढ़ता है और गुरु शिष्य परंपरा का विकास होता है और बच्चे अन्य गतिविधियों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
बच्चे अपने कार्य को पूरी लगन और मेहनत से करते हैं।कई बच्चों के परिवार की आर्थिक हालात इतने बदतर होते हैं कि पढ़ाई छोड़कर काम करने को विवश हो जाते हैं।ऐसे दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के गरीब, वंचित वर्ग के बच्चों के लिए शिक्षिका एवं समाज सेविका ममता चौहान किसी मसीहा से कम नहीं हैं।
कहा भी जाता है कि शिक्षक स्वयं को तपाकर बच्चों के जीवन में शिक्षा रूपी रत्न देने का काम करते हैं। साथ ही शिक्षिका Mamta Chauhan ने छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई भी दी और उज्जवल भविष्य के लिए मार्गदर्शन करते हुए शिक्षिका ममता चौहान ने सभी बच्चों को अगली कक्षा के लिए शुभकामनाएं दी।
निसिंग/जोगिंद्र सिंह
Visit Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter:@Aanchalikkhabre