केंद्र सरकार ने केंद्र शासित एजेंसी GEM के खिलाफ क्यों नहीं दिए CBI जांच के आदेश :Saurabh Bhardwaj

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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Minister Saurabh Bhardwaj

अलग अलग अस्पताल के ऑफ़िसर्स के साथ मैंने क़रीब तीन दर्जन मीटिंग ली, स्वास्थ्य सचिव एक भी मीटिंग में नहीं आये – Saurabh Bhardwaj

दिल्ली सचिवालय में एक प्रेस वार्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि जुलाई-अगस्त के महीने में कुछ दवाइयां एवं अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली अन्य उपभोग्य वस्तुओं जैसे पट्टी, रुई आदि के लगभग 43 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे | उन्होंने कहा कि आज कुछ न्यूज चैनलों पर यह खबर देखने को मिली कि जाँच रिपोर्ट आ गई है और उनकी जांच में 43 में से  5 के सैंपल तय मानकों के अनुसार सही नही पाई गए | स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब यह सैंपल जांच के लिए भेजे गए तो उसके लगभग एक से डेढ़ महीने बाद एक बैठक में चर्चा के दौरान मुझे इसकी जानकारी मिली |
Minister Saurabh Bhardwaj
आज न्यूज़ चैनलों पर सैंपलों की जांच मामले में सीबीआई जांच की खबर देखकर मुझे लगा कि शायद दवाइयां और अन्य उपभोग्य वस्तुओं के मामले में जांच की जाएगी | परंतु यह बेहद ही हैरान करने वाली बात है कि LG  साब की ओर से केवल दवाइयां के विषय में सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हैं | भ्रष्टाचार की जांच में यह दोहरा रवैया उनके नेक नियत पर प्रश्न चिन्ह लगता है I

21 मार्च को स्वास्थ्य सचिव को दिए सभी दवाइयों के ऑडिट के आदेश आज तक आदेश पर नहीं हुआ अमल : Saurabh Bhardwaj

केंद्र सरकार की नियत पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि एक समय पर दिए गए अलग-अलग वस्तुओं के सैंपलों में पाई गई अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई जांच मामले में यह दोहरा व्यवहार केवल और केवल इस कारण से है, क्योंकि अस्पतालों के लिए जो अन्य उपभोग्य वस्तुएं खरीदी गई थी वह केंद्र सरकार की वेबसाइट GEM (गवर्नमेंट ई मार्केटिंग) के जरिए खरीदी गई थी |
मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा क्योंकि यदि दोनों ही प्रकार की वस्तुओं के संबंध में सीबीआई जांच के आदेश दिए जाते तो सीधे तौर पर उंगली केंद्र सरकार पर उठ रही थी, इसीलिए यह दोहरा रवैया अपनाते हुए केवल और केवल दवाइयां के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए गए

बार-बार लिखित और मौखिक निर्देश देने के बावजूद स्वास्थ्य सचिव एसबी कुमार ने निर्देशों का पालन नहीं किया

पत्रकारों के समक्ष तथ्य प्रस्तुत करते हुए मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने बताया कि जिस दिन से मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाला है, तब से लेकर अब तक लगभग 40 से 50 बैठक में स्वास्थ्य सचिव, डीएचएस एवं अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कर चुका हूं | मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा इन सभी बैठकों में लिए गए फैसलों के तहत हर बार स्वास्थ्य सचिव को यूओ नोट्स भेजे गए, मीटिंग में लिए गए फैसलों के मिनट्स भेजे गए और स्वास्थ्य सचिव को उन बैठक में लिए गए फैसलों को क्रियान्वित करने के निर्देश भी दिए गए |
Minister Saurabh Bhardwaj
साथ ही साथ कई बार अलग से पत्र व्यवहार किया गया, कि जो आदेश आपको दिए गए थे, उस पर अब तक क्या कार्यवाही की गई है, उसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करें I मंत्री Saurabh Bhardwaj ने बताया कि आपको जानकर हैरानी होगी कि न तो स्वास्थ्य सचिव की ओर से अब तक किसी भी संबंध में कोई कार्यवाही की गई और न ही मेरे किसी भी पत्र द्वारा मांगी गई रिपोर्ट का जवाब स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार की ओर से आज तक मिला है |
इस संबंध में एक और जानकारी देते हुए मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि 9 मार्च को स्वास्थ्य मंत्री बनने के तुरंत बाद 21 मार्च 2023 को एक बैठक कर मैंने यह आदेश जारी किया था, कि जो भी दवाइयां और अन्य उपभोग्य वस्तुएं दिल्ली सरकार के अस्पतालों में खरीदी गई है शीघ्र अति शीघ्र उनकी ऑडिट की जाए I आपको जानकर हैरानी होगी की स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार ने उस डायरेक्शन को भी आज तक नहीं माना है I
दवाइयों की खरीद फरोख्त से संबंधित जानकारी देते हुए मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने बताया की दिल्ली में भी और शायद अन्य राज्यों में भी अस्पतालों में जो दवाई की खरीद फरोख्त होती है, वह सीपीए ( सेंट्रल प्रोक्योरमेंट एजेंसी) द्वारा की जाती है I उन्होंने बताया कि इस सीपीए की जिम्मेदारी डीएचएस की होती है, तथा सर्वोच्च जिम्मेदारी स्वास्थ्य सचिव की होती है |
केंद्र सरकार से प्रश्न पूछते हुए मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा, कि जब केंद्र सरकार को इस बात का साक्ष्य मिला है, कि दिल्ली के अस्पतालों में दवाई की खरीद फरोख्त में धांधली हो रही है, भ्रष्टाचार किया जा रहा है, और केंद्र सरकार के पास सभी जांच एजेंसियां उनके अधीनस्थ हैं और चूँकि दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग में सर्वोच्च पद स्वास्थ्य सचिव के पद पर एसबी दीपक कुमार तैनात हैं, तो क्यों नहीं केंद्र सरकार स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार और तत्कालीन डीएचएस के खिलाफ कोई कार्यवाही कर रही है |

2 महीने पहले ही उपराज्यपाल महोदय से की थी स्वास्थ्य सचिव और डीएचएस को बर्खास्त करने की सिफारिश

पत्रकारों को एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा, आज से लगभग दो महीने पहले 23 अक्टूबर 2023 को हमने दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के जरिए उपराज्यपाल महोदय को यह शिकायत की थी, कि स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार और तत्कालीन डीएचएस नूतन मुंडेजा को बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए |
Minister Saurabh Bhardwaj
केंद्र सरकार से प्रश्न पूछते हुए मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि जब खुद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने इन दोनों अधिकारियों को बर्खास्त करने एवं उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने की सिफारिश की है तो क्यों नहीं केंद्र सरकार ने अब तक इन अधिकारियों के खिलाफ कोई कठोर कदम उठाया है I मीडिया के माध्यम से एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार से यह अपील की, कि अब तो आपकी जांच में भी यह पाया गया है कि दवाइयां की खरीद फरोख्त में धांधली की जा रही है तो तुरंत प्रभाव से इन दोनों जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए I
केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि आज इस प्रकार की जो घटनाएं सामने आ रही हैं, इन सब के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है I मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज कोई भी अधिकारी दिल्ली की चुनी हुई सरकार के प्रति या सरकार में चुने गए जनता के प्रतिनिधियों के प्रति जवाबदेह नहीं है और इन अधिकारियों की यह जवाबदेही केंद्र में बैठी सरकार ने ही खत्म की है I उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार की शय की बदौलत अधिकारी इतने लापरवाह हो गए हैं, कि मंत्री उन्हें निर्देश तो देते हैं परंतु अधिकारी उनके निर्देशों को मानते ही नहीं है I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार का यह कहना कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में भ्रष्टाचार हो रहा है और मंत्री मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं, यह बड़ा ही हास्य पद है I क्योंकि जो अधिकारी मंत्री के निर्देशों का पालन ही नहीं कर रहे हैं वह मंत्री के साथ मिलकर भ्रष्टाचार क्या करेंगे |

जब उपराज्यपाल महोदय को शिकायत की जा चुकी है, तो अब तक क्यों नहीं इन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही हुई

अधिकारियों के इस अड़ियल रवैया का एक और साक्ष्य मीडिया के समक्ष रखते हुए मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि आप सभी को ज्ञात होगा के पिछले दो हफ्तों से मैं लगातार दिल्ली सरकार के अस्पतालों में औचक निरीक्षण करने जा रहा हूं और इन सभी औचक निरिक्षणो की जानकारी आपको ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से भी मिल रही होगी I आप उन सभी वीडियो में देख सकते हैं की एक भी औचक निरीक्षण में स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार मौजूद नहीं है I उन्होंने कहा कि लगातार उनका औचक निरीक्षण में आने के लिए आमंत्रित किया जाता है, परंतु किसी भी औचक निरीक्षण में एसबी दीपक कुमार नहीं आते |
मंत्री Saurabh Bhardwaj ने बताया कि कुछ समय पहले मैंने दिल्ली के सभी अस्पतालों के प्रशासन के साथ एक-एक कर बैठक की I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली सरकार के अधीन लगभग 32 सरकारी अस्पताल हैं और मैंने सभी अस्पतालों के अलग-अलग विभागों के सर्वोच्च पदाधिकारी के साथ बैठक की I उन्होंने बताया कि सभी बैठकों के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार को निमंत्रण दिया गया, परंतु आप सभी को जानकर हैरानी होगी, कि एक भी अस्पताल की किसी भी मीटिंग में स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार नहीं आए |
मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि केंद्र सरकार ने इन अधिकारियों की जवाबदेही दिल्ली की चुनी हुई सरकार के प्रति और मंत्रियों के प्रति खत्म कर दी है I अधिकारी जानते हैं कि मंत्री केवल उन्हें बुला ही सकता है और कुछ नहीं कर सकता I इसलिए यह अधिकारी दिल्ली की चुनी सरकार और सरकार में बैठे जनता के प्रतिनिधियों, मंत्रियों की बात नहीं सुनते I
मंत्री श्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि हमने उपराज्यपाल महोदय को पहले भी लिखित में दिया है, कि यह अधिकारी ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए, परंतु हमारे निवेदन पर उपराज्यपाल महोदय की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई I मंत्री Saurabh Bhardwaj ने कहा कि हम आज एक बार फिर से केंद्र सरकार और उपराज्यपाल महोदय से इस बात का निवेदन कर रहे हैं कि यदि आपकी जांच में ऐसा पाया गया है, कि दिल्ली के अस्पतालों में दवाइयां की खरीद फरोख्त में भ्रष्टाचार हो रहा है, तो तुरंत प्रभाव से इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार और तत्कालीन डीएचएस के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और तुरंत प्रभाव से इनको इनके पद से बर्खास्त किया जाए I
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