Saraswati River Project: लुप्त सरस्वती नदी में अब बहेगी जलधारा

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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Saraswati River Project: लुप्त सरस्वती नदी में अब बहेगी जलधारा
Saraswati River Project: कुरुक्षेत्र 2 मार्च हरियाणा सरस्वती धरोहर बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा Saraswati River को फिर से धरातल पर लाने की जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी थी, उसे पूरा करने के लिए विकास बोर्ड द्वारा पूरी मेहनत के साथ काम किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र शहर में सरस्वती नदी बीच से बहकर निकलती है। लेकिन कालांतर के समय से इसका क्षेत्र कम होता चला गया, लेकिन मनोहर लाल सरकार ने इस नदी की सुध ली और सरस्वती नदी रिजर्व नेशन प्रोजेक्ट बनाकर कुरुक्षेत्र में बड़ी सौगात देने का काम किया है।
Saraswati River Project: लुप्त सरस्वती नदी में अब बहेगी जलधारा

CM मनोहर लाल द्वारा Saraswati River के लिए 29 करोड़ का बजट पास

बोर्ड उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि पिपली से लेकी झांसा रोड तक सरस्वती को चौड़ा करके दोनों सिरों को पक्का किया जाना है। इस कार्यक्रम पर करीब 29 करोड़ की राशि का बजट पास किया गया है। Saraswati River में जल के बहाव को बढ़ाने के लिए यह राशि मंजूर की गई है। उन्होंने कहा कि सरस्वती थानेसर शहर की पवित्र नदी कही जाने वाली नदी है।
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महाभारत का युद्ध सरस्वती के किनारे लड़ा गया यह सभी ग्रंथों में लिखा है। इस प्रोजेक्ट से शहर का सौंदर्यीकरण बड़े स्तर पर पहुंचेंगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा कुरुक्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विश्व स्तर पर ले जाने का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में सरस्वती नदी प्रोजेक्ट को यह 29 करोड़ की राशि चार चांद लगाएगी। इससे पिपली से लेकर झांसा रोड तक बहुत सारा क्षेत्र जो फ्लड के सीजन में शहर के लिए दिक्कत पैदा करता था अब वह ठीक हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस कार्य से पिपली से लेकर झांसा रोड तक अभी तक सरस्वती की कैपेसिटी करीब 200 क्यूसेक पानी की है, लेकिन यह कार्य संपन्न होने से इसकी कैपेसिटी 400 क्यूसेक से ऊपर हो जाएगी और बाढ़ के सीजन में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। इस प्रोजेक्ट से न केवल बाढ़ को कंट्रोल किया जा सकेगा, बल्कि Saraswati River में स्वच्छ जल का प्रवाह भी होगा और पर्यटन भी बढ़ेगा।
सरस्वती बोर्ड द्वारा सरकार के नेतृत्व कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है, जिसमें रिवर फ्रंट का निर्माण, घाटों का निर्माण, सरस्वती जलाशयों का निर्माण सहित अनेक कार्य शामिल है। इन सभी कार्यों पर दिन-रात काम किया जा रहा है।
अश्विनी वालिया
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