श्री गीता निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल टयोंठा में बाल विवाह को लेकर चलाया जागरूकता अभियान

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अध्यापक व बच्चों की इस अभियान में हो सकती है अहम भूमिका: नीरज गुनियाना

जोगिंद्र सिंह

हरियाणा, निसिंग। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के तहत एम डी डी आफ इंडिया के द्वारा न्याय तक पहुँच परियोजना के तहत बाल विवाह रोकथाम, बाल मजदूरी व बाल यौन शोषण को रोकने के लिए महाबीर मैहला के नेतृत्व में श्री गीता निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल टयोंठा व गांव में विभिन्न स्थानों पर लोगो को जागरूक किया। इस अवसर पर श्री गीता निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक कवि राज शर्मा व प्रधानाचार्य राजेश टयोंठा ने कहा कि यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। ऐसे जागरूक कार्यक्रम प्रत्येक गांव,विद्यालय,आंगनवाड़ी व गली और मोहल्लों में चलाए जाने चाहिए।

ताकि समाज को ऐसी कुरीतियों से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जो यह संस्था, बाल विवाह, बाल मजदूरी वह बाल यौन शोषण पर कार्य कर रही है। इसके लिए यह बधाई की पात्र हैं। पी टी आई नीरज गुनियाना ने कहा कि हम भरपूर प्रयास करेंगे कि अपने गांव व आसपास के गांव में ऐसी कोई सामाजिक बुराई ना फैले।हम इस संस्था का पूरा सहयोग करेंगे।इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता महाबीर मैहला ने बातचीत करते हुए कहा कि बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप है।

बाल विवाह लड़की के समग्र विकास को प्रभावित करता है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पैसे कमाने की क्षमता, व्यक्तिगत सुरक्षा, कानूनी अधिकार शामिल है। अगर हमें बाल विवाह का पता चलता है तो हमें उनकी तुरंत जानकारी बाल कल्याण समिति,ग्राम पंचायत सरपंच, तहसीलदार, बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्कूल शिक्षक व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को उपलब्ध करवा सकते हैं।उन्होंने कहा कि बाल विवाह व बाल मजदूरी एक अवैध अपराध है। इसमें दो वर्ष की कैद भी हो सकती है। जिसमें बच्चे की शादी करवाने वाले परिवारों को व शादी में शामिल सभी व्यक्तियों को बाल विवाह कानून के अंतर्गत सजा व जुर्माने का प्रावधान है। इसके लिए हम लोगों को जागरूक भी करेंगे।हम सबको मिलकर करनाल जिले को बाल विवाह व बाल मजदूरी मुक्त करना है। यह हम सब की जिम्मेदारी है।इन सामाजिक बुराई को हम सभी मिलकर खत्म कर सकते है। उन्होंने कहा कि हम अपने आसपास किसी भी क्षेत्र में अगर कोई बाल मजदूरी करवा रहा है। उसको भी रोकने का प्रयास करेंगे।क्योंकि यह बच्चों के पढ़ने की उम्र है और इस समय हम किसी न किसी कारण से अपने बच्चों को बाल मजदूरी में लगा देते हैं।

यदि वह आपके समझाने पर भी नहीं मानता तो उपरोक्त अधिकारियों से इसके बारे में आप सूचित कर सकते हैं। इन सभी कार्यों के लिए आपका नाम गुप्त रखा जाएगा व आपको प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इस अवसर पर अध्यापक चेतन शर्मा,दीपक, सुषमा, मीनाक्षी आर्य, वीना,सुनीता, संदीप शास्त्री,रीना,कप्तान सिंह मेज़र हाबड़ी सहित सैंकड़ो बच्चें मौजूद रहे।

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