जच्चा बच्चा स्वस्थ रहें इसके लिए टीकाकरण जरूरी
जोगिंद्र सिंह
हरियाणा, निसिंग: गर्भवती महिला और नवजात शिशु की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए संपूर्ण टीकाकरण करवाना आवश्यक है। सब लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे निरोगी और तंदरुस्त रहे।गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण का आयोजन किया गया। डॉ रणबीर ने बताया कि जच्चा बच्चा की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है। जिसमें संपूर्ण टीकाकरण के अलावा कई उपयोगी जानकारी दर्ज होती है। आवश्यकता है कि गर्भधारण के साथ ही महिला का पंजीकरण स्वास्थ्य केन्द्र में होना चाहिए। उन्होंने बताया कि संपूर्ण टीकाकरण बच्चों का रक्षा कवच है। जिससे बच्चों को कई घातक बीमारियों से बचाया जा सकता है। स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर, आशा वर्कर और समाजसेविका संतोष सांगवान मुख्य रूप से मौजूद रहीं। जिसमें डॉ रणबीर, एएनएम अनिल और समाजसेवी संतोष सांगवान ने गर्भवती महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि मां का प्रथम दूध यानी वह गाढ़ा,पीला दूध जो शिशु जन्म से लेकर कुछ दिनों में उत्पन्न होता है, उसमें विटामिन, एन्टीबॉडी, अन्य पोषक तत्व अधिक मात्रा में होते हैं। नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध अमृत के समान है। मां का दूध शिशुओं को कुपोषण व अतिसार जैसी बीमारियों से बचाता है।
एएनएम अनिल ने बताया कि स्तनपान को बढ़ावा देकर शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। शिशुओं को जन्म से 6 माह तक केवल मां का दूध पिलाने के लिए महिलाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। स्तनपान शिशु के जन्म के पश्चात एक स्वभाविक क्रिया है। भारत में अपने शिशुओं का स्तनपान सभी माताएं कराती हैं, परंतु पहली बार माँ बनने वाली माताओं को शुरू में स्तनपान कराने हेतु सहायता की आवश्यकता होती है। स्तनपान के बारे में सही ज्ञान के अभाव में जानकारी न होने के कारण बच्चों में कुपोषण का रोग एवं संक्रमण से दस्त हो जाते हैं। शिशु के लिए स्तनपान संरक्षण और संवर्धन का काम करता है।प्रसव के आधे घंटे के अन्दर-अन्दर बच्चे के मुँह में स्तन देना जरूरी।
जगदंबे वेलफेयर फाउंडेशन की सचिव व समाजसेविका संतोष सांगवान ने वहां पर मौजूद महिलाओं को जागरूक करते हुए बिमारियों से बचने के लिए बताया कि आसपास सफाई और पानी निकासी की व्यवस्था दुरूस्थ रखने के लिए प्रेरित किया। सांगवान ने बताया कि मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। बदलते मौसम में लोग बिमारियों की चपेट में जल्दी आते हैं। वहीं यह बस मच्छर घरों के पास भरे पानी और गंदगी में पनपता है। वहीं डेंगू का मच्छर घरों में रखे कूलर और पानी की टंकियों में पनपता है। मच्छर पनपने से रोकने के लिए घरों के पास पानी एकत्रित नहीं होने देना चाहिए। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने पर पानी में मिट्टी का तेल डाल देना चाहिए। इससे मच्छर नहीं पनपता। वहीं कूलरों और टंकियों की भी समय-समय पर सफाई की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि घरों में पानी वाले बर्तन ढक कर रखें, बर्तनों को हर सप्ताह खाली करके सुखाना बहुत जरूरी है, घरों की छतों पर पड़े कबाड़ आदि को कवर करके रखें अथवा ढक कर रखें, पशुओं को पानी पिलाने वाली हौदियों को सप्ताह से पूर्व खाली करके साफ करें, कूलरों को भी सप्ताह में एक बार खाली करके सुखाएं। इसी तरह फ्रिज के पिछले भाग में लगी ट्रे को खाली करके सुखाएं, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं, पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे बर्तन की भी सफाई करें, जमा हुए पानी में काले तेल का छिड़काव करें ताकि मच्छरों की पैदाइश को रोका जा सके।इस मौके पर डॉ रणबीर, एएनएम अनिल, जगदंबे वेलफेयर फाउंडेशन की सचिव व समाजसेविका संतोष सांगवान, सविता, निकिता, आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर और आशा वर्कर सहित अन्य महिलाएं भी मौजूद रही।