प्रयागराज के बहुचर्चित विकास खंड प्रतापपुर के Primary School में मध्याह्न भोजन ईंट के चूल्हे पर बनाया जा रहा
प्रतापपुर प्रयागराज । उत्तर प्रदेश सरकार Primary School के माध्यम से शिक्षा को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बच्चों का सर्वांगिक विकास कैसे संभव हो तथा बच्चे रुचिकर तरीके से अपने जीवन में शिक्षा को उतारें, समय-समय पर इस विषय में मास्टर प्लान बनाकर उसे लागू कर रही है। कहीं-कहीं पर उसे अमल में भी लाया जा रहा है।
लेकिन दुर्भाग्यवस कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जिनकी बागडोर शिक्षा के उन दलालों के हाथों में सरकार ने दे रखी है जो स्वयं को ऐसों आराम व अपनी जागीर समझकर मनमानी तरीके से कार्य कर रहे हैं। मामला प्रयागराज के बहुचर्चित विकास खंड प्रतापपुर का है प्रतापपुर खंड शिक्षा अधिकारी विगत दो वर्षों से अपनी पकड़ एवं पहुंच पैठ इस कदर बना रखे हैं कि उनके क्षेत्र के Primary School में हेड मास्टर का मनमानी तौर पर दबदबा कायम है।
क्षेत्र के कुछ संबंधित लोगों के द्वारा बार-बार शिकायत मिलने पर मीडिया का कैमरा जब विद्यालय में पहुंचा तो सच सामने आने में समय नहीं लगा। क्षेत्रीय लोगों की सूचना सही पाई गई, Primary School बगदहवासाबाद विकासखंड प्रतापपुर में सर्वप्रथम कैमरे की नजर रसोइयों पर पड़ी, सरकार प्रत्येक विद्यालयों में मिड डे मील के लिए जो खर्च करती है उसकी गुणवत्ता कमरे में साफ दिखाई दी, गैस सिलेंडर का कोई अता-पता नहीं ईंट के चूल्हे पर रसोईया खाना पका रही थीं।
अनुपस्थित बच्चों की संख्या भी मध्याह्न भोजन में रहती है उपस्थिति दर्ज
रोटी दाल कैमरे ने कैद हुआ ,किचन की हालत खराब दिखी। हेड मास्टर मौके पर मौजूद नहीं मिले। रजिस्टर को देखने से पता चला कि मास्टर साहब बाल कृष्ण यादव बिना पोर्टल पर सूचित किये आए दिन अवकाश पर रहते हैं, वजह खंड शिक्षा अधिकारी की मिली भगत के चलते बिना उपस्थिति के ही कागजी कोरम आधा अधूरा भरा जाता है ।
कुछ विभागीय व क्षेत्रीय लोगों से पता चला है कि खंड शिक्षा अधिकारी इस कदर मेहरबान है कि एक नया ऑफिस बना रखे हैं, जहां गैर कानूनी तौर तरीके से शिक्षा का गोरख धंधा चल रहा है। शिक्षक व शिक्षिकाओं की समस्याओं का निपटारण इन्हीं ऑफिसो में किया जाता है। स्थानीय लोगों से पता चला है कि विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था इस कदर बहुचर्चित है कि बच्चे कुछ संख्या मात्र में ही विद्यालय में उपस्थित रहते हैं, वजह हेड मास्टर का ही पता नहीं विद्यालय शिक्षामित्र के सहारे छोड़ दिया जाता है।
विकासखंड की मेहरबानी इस कदर दिखाई दी दीपक तले अंधेरा। मीडिया कर्मियों को देखने को मिला सरकार द्वारा कई योजनाएं शिक्षा जगत को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए चलाई जा रही है। अभी कुछ दिन पूर्व ही प्रयागराज में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों से सभी संबंध अध्यापक एवं अध्यापकों द्वारा टीएलएम प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था।
जिसमें वे अपने कला कौशल एवं अनुभव से बच्चों को शिक्षा की बहती धारा में ले आ सके। इस पर अपने विचार भी साझा किए। लेकिन विकासखंड प्रतापपुर में शिक्षा की ऐसी दुर्दशा देखने को शायद ही अन्य किसी विकास खंड में होगी। उच्च अधिकारी कब उनकी सुध लेंगे स्थानीय लोग इन्हीं आशा और विश्वास के सहारे पड़े हैं। विभागीय अधिकारियों ने कहा की जांच कर करवाई किया जाएगा।
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