जन नायक जनता पार्टी: जिला प्रधान महासचिव जन नायक जनता पार्टी के Surendra Taya गोहिदा रोड़ बिरादरी का जाना माना चेहरा है और रोड़ समाज में प्रमुख लोगों में जाने जाते है। Surendra Taya समाज में अपनी अच्छी पैठ बनाई हुई हैं और पार्टी में सक्रियता के साथ-साथ सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में भी पूरा समय देते हैं।
Surendra Taya ने कॉलेज टाइम से ही राजनीति में रखा था कदम
इनका परिवार सन 1978 से चौधरी देवीलाल के साथ लगातार चौटाला परिवार से जुड़ा रहा और Surendra Taya ने कॉलेज टाइम से छात्र राजनीति करते हुए सन 1998 में डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन के साथ-साथ कॉलेज का चुनाव लड़ा और छात्रों के हित की हमेशा लड़ाई लड़ी।
ग्रेजुएशन के बाद इंडियन नेशनल लोकदल में सक्रियता से हल्का जुंडला के साथ-साथ करनाल जिला की राजनीति के साथ-साथ करनाल जिला की राजनीति में युवा विंग में जिला प्रधान रहे। बाद में सन 2006 में हल्का जुंडला के प्रधान बने और अनेकों बार पार्टी में रहकर अनेकों धर्म संकट व अग्नि परीक्षा से निकलकर पार्टी की सेवा करते रहेे, क्योंकि 2007 की हुड्डा सरकार में गोहाना, आदमपुर और इंद्री के उपचुनाव हुए तो भारतीय जनता पार्टी ने उनके बहनोई रामकुमार आर्य को टिकट देकर इंद्री से प्रत्याशी बना दिया।
उन्होंने इस बात की परवाह न करते हुए इंद्री में युवा प्रभारी के नाते पार्टी की ड्यूटी देकर वफादारी दिखाने का काम किया। Surendra Taya ने हैफेड का चुनाव लड़ा और 2008 में डॉयरेक्टर बनाकर वाइस चेयरमैन रहे।2013 तक फिर दोबारा से 5 साल बाद चुनाव हुए तो फिर से 5 साल के लिए डायरेक्टर बने और 2008 से 2018 तक डायरेक्टर रहे। पार्टी की बीच में अजय सिंह चौटाला ने जन आक्रोश पद यात्रा निकाली।नांगल चौधरी से पंचकूला तक चौटाला साहब के साथ पैदल चलकर पार्टी में जोश लाने का काम किया।
Surendra Taya ने लेबर फेडरेशन में इलेक्टेड पोस्ट पर 10 साल डायरेक्टर के पद पर रहकर समाज सेवा की
2014 से 2022 तक करनाल जिला के लेबर फेडरेशन में इलेक्टेड पोस्ट पर 10 साल डायरेक्टर के पद पर रहकर समाज सेवा की और फिर करनाल शुगर मिल का चुनाव लड़ा और बाद में ब्लॉक समिति, कोऑपरेटिव बैंक जैसे अनेक चुनाव लड़ने का अभ्यास रहा है। सन 2005 के लोक सभा चुनाव में हल्का जुंडला का अशोक अरोड़ा के चुनाव का इंचार्ज रहकर पार्टी का काम किया। Surendra Taya ने पार्टी में रहते चाहे दिल्ली में कांग्रेस सरकार के रहते 2008 में लोकसभा का घेराव हुआ प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर भाग लेने की बात हो।
जब-जब भी हरियाणा की 2005 से 2014 तक हुड्डा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जब-जब भी पार्टी ने करनाल जिला स्तर पर व हल्का स्तर पर कोई भी धरना प्रदर्शन विरोध प्रदर्शन की ड्यूटी लगी तो उसमें भी बड़ी बखूबी से कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जन-जन तक पार्टी की जन विरोधी नीतियों को उजागर करने का काम पार्टी के प्रति समर्पित रहकर लगातार 25 सालों से सेवा कर किया। सामाजिक संस्थानों में जुड़कर अनेकों बार रक्तदान शिविर, सफाई अभियान, पौधा रोपण, सर्दियों में गरीब लोगों को कंबल बांटने जैसे इत्यादि अनेकों सामाजिक काम किया।
निफा संस्था में बतौर प्रदेश अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष व भारतीय मानव अधिकार मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी और प्रदेश संगठन सचिव रहकर वह उत्तरी भारत भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं अपराध निरोधक संघ में जिला अध्यक्ष और श्री कृष्ण गोपाल गौशाला अमूपुर माजरा में सेक्रेट्री के पद पर रहकर गांव की सरकारी स्कूल की कमेटी में मेंबर रहकर अनेकों संस्थाओं से जुड़कर जैसे कि लायंस क्लब करनाल गोल्ड का नाम जैसी सामाजिक संस्थाओं में रहकर अनेकों सेवा भाव जैसे गरीब बच्चों की स्कूल फीस व स्टेशनरी देने का काम हो या अनाथ आश्रम में बच्चों को फ्रूट बांटने का काम होो, चाहे हॉस्पिटल में चौधरी अजय सिंह चौटाला के जन्म दिवस हो या फिर चौधरी देवीलाल की जयंती उपलक्ष में बीमार व्यक्तियों को फल वितरित करने की बात हो।
Surendra Taya रोड समाज ही नहीं 36 बिरादरी में पहले पसंदीदा नेता बने
आज Surendra Taya रोड समाज ही नहीं, बल्कि 36 बिरादरी में पहली पसंद बने हुए हैं। इन सब उपलब्धियां को देखते हुए आज सुरेंद्र टाया पर पार्टी सिर्फ नेतृत्व के मन में बात चल रही है कि क्यों ना सुरेंद्र टाया को करनाल लोकसभा का प्रत्याशी बनाकर जननायक जनता पार्टी रोड़ समाज के साथ-साथ युवा चेहरा चुनावी मैदान में उतार कर मजबूती से चुनाव लड़ा जाए। पिछले काफी दिनों से रोड़ समाज और राजपूत समाज में अन्य कई समाज सभी पार्टियों को अपनी अपनी बिरादरी की टिकट की मांग कर रहे हैं और बोल रहे हैं कि जो भी पार्टी इन समाज के किसी भी व्यक्ति को चुनाव में लोकसभा प्रत्याशी बनाती है तो यह सारा समाज इसका पुरजोर समर्थन करेंगे।
इसलिए राजनीतिक चर्चाएं हैं कि यदि Surendra Taya को लोकसभा प्रत्याशी बनाया जाता है तो चुनावी रण में टक्कर देंगे और पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।इसलिए रोड़ समाज से सुरेंद्र टाया को यदि टिकट मिलती है तो पूरे समर्थन में रोड़ समाज के साथ-साथ अन्य बिरादरी अभी मजबूती से साथ लगेगी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है पार्टी का शीर्ष नेतृत्व Surendra Taya के नाम पर गहनता से विचार कर रहा है और रोड़ बिरादरी में सुरेंद्र टाया का नाम लोकसभा प्रत्याशी के लिए चला हुआ है।
निसिंग/जोगिंद्र सिंह
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