Yamuna Water संघर्ष समिति की बैठक पूर्व प्रधान बजरंग नेहरा की अध्यक्षता में
झुंझुनू। Yamuna Water संघर्ष समिति झुंझुनू के द्वारा झुंझार सिंह पार्क के में झुंझार सिंह संस्थान की अध्यक्ष व पूर्व प्रधान बजरंग नेहरा की अध्यक्षता में मीटिंग का आयोजन किया गया। उक्त मीटिंग में डॉक्टर हनुमान प्रसाद ने बताया कि यमुना का जल वर्तमान व भविष्य के लिए जिले की लाइफ लाइन है।
जिस तरीके से कम वर्षा और अधिक पानी के दोहन से जिले के आठों ब्लॉक 10 वर्ष पूर्व से ही डार्क जोन घोषित हो चुके हैं तो भविष्य में जिले के लिए पेयजल भी एक बड़ा संकट होगा। कृषि व सिंचाई के लिए जल तो होगा ही नहीं। संयोजक इंजीनियर प्रवीण कृष्णियां ने बताया कि Yamuna Water समझौता 1994 के तहत झुंझुनू को मिलने वाला 1917 क्युसेक पानी जिले को आज तक नहीं मिल पाया है।
![Yamuna Water संघर्ष समिति की बैठक का आयोजन 3 Yamuna water संघर्ष समिति की बैठक आयोजित](https://aanchalikkhabre.com/wp-content/uploads/2024/01/aanchalikkhabre.com-Yamuna-water-संघर्ष-समिति.jpg)
इसके लिए कमजोर राजनीतिक इच्छा शक्ति रही है। संघर्ष समिति राजनीतिक शिक्षा शक्ति को जगाने व जन आंदोलन को तेज करने के लिए 21 जनवरी से राजनीतिक जन संवाद कार्यक्रम चालू करने जा रहा है और आज दोपहर 2 बजे झुंझार सिंह पार्क में जन संवाद कार्यक्रम रखा गया है जिसमें सभी राजनीतिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है।
आगामी कुछ दिनों में सभी संगठन एक बैनर के तले महापड़ाव के जरिए सरकार को घेर कर झुंझुनू के हक के पानी की मांग करेंगे। बाबू भाई ने बताया कि अब केंद्र, हरियाणा व राजस्थान में एक ही राजनीति दल की सरकार है अब यमुना के पानी में देरी झुंझुनू की जनता के साथ अन्याय होगा। इस मौके पर चौधरी महेंद्र सिंह, सुमेर सिंह, तेजस्विनी शर्मा, बबीता चौधरी, रामकुमार सिंह, दयाराम रेपसवाल, इंद्र सिंह नेहरा, बाबूलाल, सुरेश जाखड़, महेश कुमार व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
संजय सोनी, झुंझुनू
See Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter:@Aanchalikkhabre
इसे भी पढे़ं – Animals के आवास प्रबंधन पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित