Uttar Pradesh Tourism चित्रकूट: हाल ही में गुप्त Godavari के निकट तीसरी गुफा का पता चला है जो कि भूवैज्ञानिकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रही है देश के विख्यात भूवैज्ञानिक गुफा के बारे में अध्ययन करनें चित्रकूट पहुँच रहें हैं ।
गुप्त Godavari की तीसरी गुफा से बढ़ेगा उत्तर प्रदेश पर्यटन
हाल ही में चित्रकूट क्षेत्र में ग्लोबल जियो पार्क की सम्भावना का परीक्षण करनें के लिए आयी टीम के प्रमुख भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. सतीश त्रिपाठी एवं टीम के सदस्य डी.एस.एन. कॉलेज उन्नाव के भूगोल विभाग के डॉ. अनिल साहू नें तीसरी गुफा का विस्तृत सर्वेक्षण किया।
![Uttar Pradesh Tourism: कामदगिरि पर्वत में एक Godavari रहस्यमय गुफा की खोज 2 Uttar Pradesh Tourism: कामदगिरि पर्वत में एक Godavari रहस्यमय गुफा की खोज](https://aanchalikkhabre.com/wp-content/uploads/2024/03/1-1.png)
टीम के हवाले से पता चला है कि गुप्त Godavari की पहाड़ी तिरोहन लाइमस्टोन (एक प्रकार की चूना पत्थर की चट्टान) से बनी है पहाड़ी के ऊपर स्थित पेड़-पौधों की जड़ों के द्वारा जब यह जल चट्टानों तक पहुचता है तो चट्टानों को घुलाकर गुफा का निर्माण करता है।
गुप्त Godavari की पहली और दूसरी गुफा का निर्माण और विकास हजारों वर्ष पहले इसी प्रक्रिया से हुआ है पहाड़ी में धीरे -धीरे और गुफाएं भी इसी प्रक्रिया से विकसित हो रही हैं तीसरी गुफा के अंदर जाकर खोजी दल नें गुफा की संरचना और उसमें स्थित स्थलरूपों का अध्ययन किया टीम के सदस्य डॉ.अनिल साहू ने बताया गुफा का मुहाना 3-4 फीट व्यास का है जिसमें से एक आदमी मुश्किल से रेंगकर प्रवेश कर सकता जो, अंदर जाने पर गुफा का विकास हुआ है गुफा लगभग 6 फ़ीट ऊंची है और दो भागों मे विभक्त है। ऐसा प्रतीत होता है लाइमस्टोन चट्टानों के बीच मिट्टी घुलनें से रिक्त स्थान है निर्माण हुआ है।
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गुफा में स्टेलेग्टाइट और स्टेलेग्माइट पाये गये हैँ। जिला सेवायोजन अधिकारी डॉ.पी.पी शर्मा नें डॉ. सतीश त्रिपाठी के हवाले से बताया इस पूरे क्षेत्र में इस प्रकार् की और भी गुफाएं होंगी जिन्हें खोजने और भूपर्यटन मानचित्र पर लाने की आवश्यकता है। अगर क्षेत्र के युवाओं को सही प्रशिक्षण दिया जाये तो क्षेत्र में आधारिक संरचना के साथ साथ भूपर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। टीम का स्थानीय् युवाओं विकास शुक्ला,विक्रम सिंह और प्रकाश गुप्ता नें सहयोग किया।
चित्रकूट से प्रमोद मिश्रा
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