Maha Shivratri: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय निसिंग की ओर से त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव के उपलक्ष में अग्रवाल धर्मशाला में महाशिवरात्रि का पर्व केक काटकर बड़ी धूमधाम से मनाया गया और एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें निसिंग क्षेत्र के अलग अलग गांवों से हजारों की संख्या में भाई और बहनों ने भाग लिया।
![बुराई छोड़ने का व्रत करना ही सच्ची Shivratri (शिवरात्रि) मनाना होता है:भारत भूषण 2 बुराई छोड़ने का व्रत करना ही सच्ची Shivratri (शिवरात्रि) मनाना होता है:भारत भूषण](https://aanchalikkhabre.com/wp-content/uploads/2024/02/CM-Bhajanlal-Sharma-4.png)
गुरूद्वारा रोड़ी साहिब के पूर्व प्रधान गुरदीप सिंह बरियार, किसान नेता कुलदीप सिंह बब्बर और निसिंग ब्रह्मानंद स्कूल के डायरेक्टर विक्रम चौधरी का कार्यक्रम में पहुंचने पर ईश्वरीय सौगात देकर स्वागत किया।कार्यक्रम का शुभारंभ भक्ति से ओतप्रोत गीतों द्वारा किया गया। जिसमें पानीपत से पधारे भ्राता भारत भूषण ने शिवरात्रि पर्व का रहस्य बताया।
जानिए Shivratri (शिवरात्रि) रात को ही क्यों मनाई जाती
उन्होंने कहा कि Shivratri(शिवरात्रि) रात को ही क्यों मनाई जाती है, क्योंकि परमात्मा पिता शिव कलयुगी रूपी अज्ञान अंधकार की रात में आकर अज्ञान अंधकार से दूर कर ज्ञान प्रकाश की ओर ले जाते हैं। हम हर वर्ष Shivratri(शिवरात्रि) मानते हैं शिवलिंग पर फल फूल, धतूरा, भांग बेल पत्थर आदि चढ़ाते हैं, लेकिन कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं।
![बुराई छोड़ने का व्रत करना ही सच्ची Shivratri (शिवरात्रि) मनाना होता है:भारत भूषण 3 बुराई छोड़ने का व्रत करना ही सच्ची Shivratri (शिवरात्रि) मनाना होता है:भारत भूषण](https://aanchalikkhabre.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG20240228122849-1.jpg)
शिवजी के ऊपर कड़वी चीज चढ़ाई जाना माना हमने अपना कड़वापन, अपनी बुराइयां भगवान शिव को अर्पित करना या बुराई छोड़ने का व्रत करना ही सच्ची Shivratri(शिवरात्रि) मनाना है। परमपिता शिव परमात्मा इस कलयुगी संसार में आकर सच्चा गीत ज्ञान सुना कर नवयुग की स्थापना कर रहे हैं।
करनाल सेक्टर -9 से बीके निर्मल बहन ने महाशिवरात्रि पर्व की सभी को बधाइयां दी और महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि परमात्मा का अवतरण पाप और भ्रष्टाचार के नाश के लिए होता है। अभी संसार में पाप, अशांति बढ़ती जा रही है ऐसे समय पर भगवान अपने वायदे के अनुसार इस संसार में अवतरित हो चुके हैं। कार्यक्रम में छोटी बच्चियों ने अपने नृत्य द्वारा सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम में परमात्मा की महिमा बताई व परमात्मा शिव का ध्वज लहराया। ब्रह्मानंद पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर विक्रम चौधरी ने कहा कि परमात्मा के स्मृति चिन्ह का यह झंडा शांति व शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि शिव धरती पर अवतरित होक मनुष्य आत्माओं को पांच विकारों से मुक्त करते हैं।
बीके उर्मिल बहन ने आए हुए सभी भाई बहनों का स्वागत और धन्यवाद किया और सभी को आश्रम पर मेडिटेशन कोर्स सीखने का निमंत्रण भी दिया। प्रतिष्ठा की कि हम सभी सुख देंगे, सुख लेंगे, प्रेम से रहेंगे और शिव परमात्मा को पूरे विश्व में प्रत्यक्ष करेंगे।
निसिंग/28 फरवरी/ जोगिंद्र सिंह
Visit Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter:@Aanchalikkhabre