राष्ट्रीय सेमिनार में Gulzari Lal Nanda के आदर्शों और जीवन के संघर्ष को लेकर होगी चर्चा
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र के विकास की आधारशिला रखने और पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की सोच के रचियता भारत रत्न Gulzari Lal Nanda की 26वीं पुण्यतिथि पर कुरुक्षेत्र को विश्व पर्यटन स्थल के रुप विकसित करने का प्रण लिया गया। इतना ही नहीं भविष्य में भारत रत्न Gulzari Lal Nanda के आदर्शों और जीवन के संघषों को लेकर 4 जुलाई को जयंती समारोह पर राष्ट्रीय सेमिनार जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तरफ से किया जाएगा।
इसके साथ ही जयंती दिवस को प्रेरणा दिवस के रुप में मनाया जाएगा। भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा की 26वीं पुण्यतिथि पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सयुंक्त तत्वाधान में सदाचार स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा, जिला परिषद के सीईओ अशोक मुंजाल, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, जिला परिषद के वाईस चेयरमैन डीपी चौधरी, डीवाईसीए के निदेशक डा. महासिंह पूनिया, प्रोफेसर शुचि स्मिता, समाज सेवी विजय सभ्रवाल, समाज सेवी कृष्ण धमीजा, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन अमरजीत सिंह, अशोक रोशा, डा. एमके मोदगिल, युद्घिष्ठïर बहल, विनोद शर्मा, खरैती लाल सिंगला, समाज सेवी प्रदीप झांब प्रोफेसर एसएन गौड, प्रोफेसर एके चौधरी, डा. श्रीप्रकाश मिश्रा, राजेंद्र राणा, अमरनाथ सह्ति अन्य गणमान्य लोगों ने नंदा की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी है।
इसके बाद सभी ने नंदा स्मारक स्थल पर नंदा की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित की है। इस दौरान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत विभाग की तरफ से भजनों की प्रस्तुति दी गई। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि कुरुक्षेत्र को विकसित करने में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न गुलजारी लाल नंदा के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके प्रयासों से ही कुरुक्षेत्र के विकास को एक नई दिशा मिली है। ऐसे महान व्यक्तित्व के कार्यक्रमों को अच्छे और भव्य ठंग से मनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अवसरों पर सभी को प्रण लेना चाहिए कि कुरुक्षेत्र के विकास में अपना योगदान देंगें। जब सभी इस सोच के साथ काम करेंगे तो निश्चित ही कुरुक्षेत्र एक दिव्य कुरुक्षेत्र नजर आएगा।
भारतरत्न Gulzari Lal Nanda के कारण कुरुक्षेत्र पर्यटन हब के रूप में उभरकर आया है। उनकी सोच को आगे बढाऩे का काम मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया जा रहा है। सरकार के प्रयासों से कुरुक्षेत्र के विकास पर लगभग 4000 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जा चुका है।
Gulzari Lal की जयंती पर 4 जुलाई को राष्ट्रीय सेमिनार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के विकास को लेकर दिन रात मेहनत की जा रही हैै और कुरुक्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाएं इस साल पूरी होने जा रही है। कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से आने वाले समय में भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर मनाने का प्रयास किया जाएगा।
Gulzari Lal Nanda एक महान व्यक्तित्व के जन्म दिवस 4 जुलाई को जयंती दिवस पर राष्ट्रीय सेमिनार जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और इस दिवस को प्रेरणा दिवस के रुप में मनाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, समाज सेवी विजय सभ्रवाल ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के योगदानों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया।
अश्विनी वालिया, कुरुक्षेत्र
See Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter:@Aanchalikkhabre
इसे भी पढ़ें- National Level Quiz Competition का आयोजन