शहज़ाद अहमद
पुरस्कार के लिए 25 हजार से ज्यादा टीचरों के आए नॉमिनेशन्स, 39 बेस्ट टीचरों को दिया गया इनाम कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि सौरव गांगुली ने बताया कि पीएम के “फिट इंडिया मूवमेंट” में कैसे स्कूलों को शामिल किया जा सकता है भारत को स्कूली शिक्षा में ग्लोबल सुपरपावर बनाने के मिशन के एक हिस्से के तौर पर आईसीएसएल (इंटरनेशनल काउंसिल फॉर स्कूल लीडरशिप) ने दि प्रोग्रेसिव टीचर कॉन्क्लेव 2019 के पांचवे संस्करण का आयोजन किया। इस कॉन्क्लेव में बेहतरीन ढंग से स्कूली शिक्षा का नेतृत्व करने के सात महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शिक्षाविदों, अध्यापकों और एजुकेशन प्रोफेशनल्स का नजरिया कॉन्क्लेव में मौजूद मेहमानों के सामने आया। आईसीएसएल की ओर से पारिभाषित स्कूल लीडरशिप के सात क्षेत्रों में स्कूल का माहौल और कल्चर, सिलेबस और विषय, लोगों पर उसका प्रभाव, शिक्षा ग्रहण करना और उसका आकलन करना, स्कूल चलाने के लिए धन का प्रबंध करना, संचालन और कानूनी मुद्दे, एजुकेशन में तकनीक को शामिल करना और प्रमुख संस्थागत बदलाव शामिल हैं। आईसीएसएल भारत में तेजी से बढ़ता हुआ अध्यापकों, शिक्षाविदों, स्कूल संचालकों और एजुकेशन प्रोफेशन्स का संगठन है। आईसीएसएल की ओर से आयोजित प्रोग्रेसिव टीचर कॉन्क्लेव में भारत के 75 शहरों या कस्बों के 300 से ज्यादा अध्यापकों और शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया।इस कॉन्क्लेव के मुख्य लक्ष्यों में निम्नलिखित शामिल है
भारत के स्कूलों में शिक्षा की क्वॉलिटी सुधारने के लिए परंपरागत लीक से हटकर नए विचारों को सामने लाना।स्कूली शिक्षा में चुनौतियों पर वाद-विवाद, परिचर्चा और विचार-विमर्श करना स्कूलों और उसमें पढ़ाने वाले अध्यापकों और शिक्षाविदों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाना