School Admission: स्कूली वाहन में दुर्घटना होने के बाद स्कूल संचालकों पर दोष न लगे, इससे बचने का रास्ता भी स्कूल संचालकों ने निकाल लिया है। दाखिला फार्म में ही स्कूल के नियमों में एक लाइन जोड़कर अभिभावकों से इस संदर्भ में अंडरटेकिंग ली जा रही है। ताकि भविष्य में यदि हादसा होता है तो स्कूल संचालक इसी फार्म को अभिभावकों को दिखाते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकें।
School संचालक अपने बचाव को लेकर अनजाने में अभिभावकों के करवा रहे हैं हस्ताक्षर: अंशुल चौधरी
वहीं अभिभावक भी अनजाने में हस्ताक्षर कर रहे हैं। इसी को लेकर एनजीओ, समाजसेवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने करनाल उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। एडवोकेट अंशुल चौधरी ने बताया कि पिछले दिनों महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि शराब पीकर ड्राईवर School की बस को चल रहा था।
अब पूरे देश के अभिभावक चिंतित और दुखी है। उन्होंने कहा कि अब भी इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बावजूद भी प्राइवेट स्कूल संचालक अपने स्कूल की बसों व ड्राइवरों की खामियों को सुधारने की बजाय उल्टा अपने बचाव के लिए तरह-तरह के दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। अंशुल चौधरी ने बताया कि प्राइवेट स्कूल संचालक दाखिला प्रोसेस का फायदा उठाकर दाखिला फार्म पर अभिभावकों से अपने बचाव के लिए अपनी मनमर्जी से शर्तें जोड़कर उस दाखिला फार्म पर स्कूल में पढ़ने वाले पुराने बच्चों के अभिभावकों से तथा नया दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों के दाखिला फार्म पर हस्ताक्षर करवाने के बहाने में दाखिला फार्म के बीच में एक शर्त जोड़कर उस पर हस्ताक्षर करवा रहे हैं।
School संचालक अपने स्कूल की बसों व ड्राइवरों की खामियों सुधारने का नहीं कर रहे प्रयास
स्कूल संचालक की मनमानी जो की बिल्कुल भी सहन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उपायुक्त को मिले हैं और जल्दी कोई कमेटी गठित कर प्राइवेट स्कूलों की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाए, नहीं तो आगे कोई बड़ा कदम उठाने के लिए हम पीछे नहीं हटेंगे। स्कूल संचालक अपने स्कूल का सिस्टम सुधारने के बजाये निकाल रहे बचने के नए नए उपाए जो की बिलकुल गलत है और हरियाणा के समाजसेवकों को यह बिलकुल बर्दाश नहीं होगा की स्कूल संचालक जो चाहे ओ करेंगे।
निसिंग/जोगिंद्र सिंह
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